सेव द अर्थ नमक अंतर्राष्ट्रीय संस्था का आकलन है की जलवायु परिवर्तन के कारण आने वाले वर्षों में संसार भर के लगभग 2 करोड़ 5 लाख बच्चे किसी ने किसी रूप में प्रभावित होंगे ! अगर प्रयावरण को सुधार नहीं गया तो २०३० तक यह आंकड़ा चार लाख तक पहुँच जायेगा ! जलवायु को बचने की पहल बेहद ज़रूरी है ! ताकि हमारा कल सुरक्षित रहे !
सयुंक्त राष्ट्र ने भी चेतावनी दी है की जलवायु का दुष्प्रभाव विकासशील देशों की महिलाओं पर अधिक पड़ेगा ! वर्ष २१०० तक धरती के तापमान के छ डिग्री तक बढने की आशंका है जिससे दक्षिण ध्रुव की बर्फ पिघलेगी वस्तुता प्राकृतिक कामों से अधिक जुडी होने के कारण महिलाएं इससे प्रभावित होंगी
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आपका चिन्तन स्वाभाविक भी है, और आवश्यक भी
शाहिद मिर्ज़ा शाहिद
is par dhyan dena avashyak hai.bund bund se ghada bharata hai.sabhi ko sochana hoga.